Tripursundari Ved Gurukulam - कालसर्प योग

 

काल सर्प दोष

 

काल सर्प दोष: कुंडली में जब राहु-केतु आमने-सामने होते हैं और सारे ग्रह एक तरफ रहते हैं, तो यह कालसर्प योग कहा जाता है। ... जब सारे ग्रह बाईं ओर रहें तो वह नुकसानदायक होता है। कालसर्प दोष के 12 प्रकार बताए गए हैं। अनंत, कुलिक, वासुकि, शंखपाल, पद्म, महापद्म, तक्षक, कर्कोटक, शंखनाद, घातक, विषाक्त और शेषनाग।